नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (एनआईए) पर पहली वैलिडेशन फ्लाइट 09 दिसम्बर को सफलतापूर्वक लैंड हुई, जो एयरपोर्ट के ऑपरेशनल तत्परता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस अवसर पर नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू, गौतम बुद्ध नगर के सांसद डॉ. महेश शर्मा और जेवर के विधायक धीरेंद्र सिंह समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। इंडिगो एयरलाइंस की फ्लाइट का स्वागत वाटर कैनन सैल्यूट और साइट कर्मचारियों की तालियों से किया गया।
मुख्य तथ्य
- उड़ान का उद्देश्य:
- हवाई अड्डे की आगमन-प्रस्थान प्रक्रियाओं, नेविगेशनल सहायता और हवाई यातायात नियंत्रण प्रणालियों का परीक्षण।
- परिचालन व्यवस्था की सटीकता सुनिश्चित करना।
- महत्वपूर्ण घोषणाएँ:
- हवाई अड्डे का संचालन अप्रैल 2025 तक शुरू होगा।
- एक रनवे पर शुरुआत में 12 मिलियन यात्री वार्षिक संभाले जाने की योजना।
- विश्व स्तरीय बुनियादी ढाँचा, जो उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत को दर्शाएगा।
- परियोजना की प्रगति और समीक्षा:
- मंत्री ने परियोजना की समय-सीमा का कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए।
- सड़क, रेल और मेट्रो कनेक्टिविटी योजनाओं की समीक्षा।
- भविष्य की हाई-स्पीड रेल कनेक्टिविटी पर चर्चा।
- पर्यावरण के प्रति प्रतिबद्धता:
- सौर ऊर्जा जैसे पर्यावरण-अनुकूल उपायों पर ध्यान।
- ग्रीन इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास पर जोर।
- आर्थिक और सामाजिक प्रभाव:
- हजारों रोजगार के अवसर उत्पन्न होंगे।
- पर्यटन और क्षेत्रीय विकास को मिलेगा बढ़ावा।
- पश्चिमी उत्तर प्रदेश में आर्थिक गतिविधियों में वृद्धि की संभावना।
विशेष आभार और दृष्टिकोण
राम मोहन नायडू ने किसानों, साइट कर्मचारियों, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के योगदान की सराहना की। उन्होंने इस परियोजना को भारत के उड्डयन क्षेत्र में क्रांति लाने वाला बताया।
भविष्य की दिशा
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट न केवल क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को मजबूत करेगा, बल्कि भारत को वैश्विक हवाई यात्रा के मानचित्र पर नई ऊँचाइयों पर ले जाएगा।