तिथि: 06-07 दिसंबर 2024
स्थान: नई दिल्ली
मुख्य अतिथि: एयर चीफ मार्शल एपी सिंह (वायु सेना प्रमुख)
मुख्य बिंदु:
- सम्मेलन का उद्देश्य:
भारतीय वायु सेना की पश्चिमी वायु कमान (डब्ल्यूएसी) के कमांडरों का दो दिवसीय सम्मेलन आयोजित किया गया, जिसमें वायु सेना प्रमुख ने आगामी चुनौतियों और रणनीतियों पर चर्चा की। - मुख्य वक्ता और महत्वपूर्ण टिप्पणियाँ:
- एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने सम्मेलन के दौरान वायु सेना की आगामी रणनीतियों पर जोर दिया, खासकर “भारतीय वायु सेना – सशक्त, सक्षम, आत्मनिर्भर” के दृष्टिकोण पर।
- उन्होंने वायु सेना की मल्टी-डोमेन युद्ध लड़ने और जीतने की क्षमता सुनिश्चित करने के लिए प्रशिक्षण को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर बल दिया।
- वायु सेना के कमांडरों से सामूहिक क्षमता, क्षमता और प्रतिबद्धता का आह्वान किया, ताकि भारतीय वायु सेना को और भी बड़ी उपलब्धियों तक पहुंचाया जा सके।
- महत्वपूर्ण क्षेत्रीय फोकस:
- प्रशिक्षण और योजना में सुधार: परिचालन क्षमता को बढ़ाने के लिए बेहतर प्रशिक्षण और योजना की आवश्यकता।
- नए उपकरणों का शीघ्र संचालन: नए उपकरणों के शीघ्र कार्यान्वयन पर ध्यान केंद्रित किया गया।
- सुरक्षा और संरक्षा: सुरक्षा और संरक्षा के मामलों में प्रगति की आवश्यकता।
- नेतृत्व क्षमता का विकास: सभी स्तरों पर व्यक्तियों को सशक्त बनाकर नेतृत्व क्षमता का विकास।
- एचएडीआर (मानवाधिकार और आपदा राहत):
सीएएस ने वायु सेना को भारत और विदेशों में एचएडीआर के लिए तत्पर रहने की आवश्यकता पर बल दिया। - आदर्श वाक्य:
- “मिशन, अखंडता और उत्कृष्टता” – भारतीय वायु सेना के मूल सिद्धांतों को सर्वोपरि रखने का आह्वान किया।
यह सम्मेलन भारतीय वायु सेना की पश्चिमी वायु कमान के संचालन और भविष्य की योजनाओं पर महत्वपूर्ण चर्चा का अवसर था। इसमें वायु सेना प्रमुख ने संगठन की सामूहिक क्षमता को बढ़ाने के लिए कई रणनीतियाँ सुझाईं और भविष्य में बेहतर प्रशिक्षण, संचालन और सुरक्षा को प्राथमिकता देने पर बल दिया।