भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीन दिवसीय सीईसीए समीक्षा बैठक 6 दिसंबर 2024 को नई दिल्ली में समाप्त हुई। यह बैठक दोनों देशों के बीच व्यापार और रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने की दिशा में एक अहम कदम है।
मुख्य तथ्य और उद्देश्य
- प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व:
- भारतीय पक्ष का नेतृत्व वाणिज्य विभाग के अपर सचिव और मुख्य वार्ताकार राजेश अग्रवाल ने किया।
- ऑस्ट्रेलियाई पक्ष का नेतृत्व विदेश मामलों और व्यापार विभाग के प्रथम सहायक सचिव और मुख्य वार्ताकार रवि केवलराम ने किया।
- विचार-विमर्श के प्रमुख क्षेत्र:
- वस्तुओं और सेवाओं में व्यापार।
- गतिशीलता और कृषि-प्रौद्योगिकी सहयोग।
- आपूर्ति श्रृंखला और बाजार पहुंच के तौर-तरीके।
- खाद्य सुरक्षा उद्देश्यों के साथ सामंजस्य।
- प्रगति और भविष्य की योजना:
- यह बैठक सिडनी में अगस्त 2024 में हुए 10वें दौर की वार्ता का विस्तार थी।
- दोनों पक्षों ने सीईसीए को शीघ्र निष्कर्ष पर लाने की दिशा में चर्चा की।
- कृषि नवाचार, बाजार पहुंच और आपूर्ति श्रृंखला के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने का निर्णय लिया गया।
क्षेत्रीय और वैश्विक सहयोग
- आईपीईएफ (हिन्द-प्रशांत आर्थिक फ्रेमवर्क):
- क्षेत्रीय सहयोग को बढ़ावा देने और आपूर्ति श्रृंखला को मजबूत करने के लिए प्रमुख साझेदारी।
- एससीआरआई (त्रिपक्षीय मजबूत आपूर्ति श्रृंखला पहल):
- हिन्द-प्रशांत क्षेत्र में आपूर्ति श्रृंखला को सुदृढ़ करने के लिए दोनों देशों की प्रतिबद्धता।
बैठक के महत्व और भविष्य की दिशा
- आर्थिक प्रगति:
- सीईसीए के माध्यम से व्यापारिक संबंधों को नई ऊंचाई पर ले जाने का प्रयास।
- कृषि और प्रौद्योगिकी क्षेत्र में नए अवसर पैदा करना।
- साझा प्रतिबद्धता:
- क्षेत्रीय समृद्धि और आर्थिक विकास को प्रोत्साहित करना।
- भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच सहयोग को व्यापक और गहन बनाना।
भारत और ऑस्ट्रेलिया ने सीईसीए ढांचे के तहत आर्थिक साझेदारी को मजबूत करने और हिन्द-प्रशांत क्षेत्र में सहयोग को बढ़ाने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है। इस बैठक ने दोनों देशों के संबंधों को और प्रगाढ़ करने की दिशा में एक मजबूत आधार तैयार किया है।